| 1. | किनारे जा उसने चाँदनी रात में ज्वार-भाटे का दृश्य देखा।
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| 2. | दलित साहित्य एकाएक उठ खड़े ज्वार-भाटे का परिणाम नहीं है।
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| 3. | और केरल में समुद्र के किनारे जा उसने चाँदनी रात में ज्वार-भाटे का
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| 4. | पुरी और केरल में समुद्र के किनारे जा उसने चाँदनी रात में ज्वार-भाटे का दृश्य देखा।
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| 5. | पुरी और केरल में समुद्र के किनारे जा उसने चाँदनी रात में ज्वार-भाटे का दृश्य देखा।
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| 6. | ज्योतिष गणना के अनुसार अष्टमी व पूर्णिमा को समुद्र में ज्वार-भाटे का समय निश्चित किया जाता है।
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| 7. | दुनिया में ज्वार-भाटे का अनंत चक्र चलता ही रहता है, और आकाश में सूर्य-चंद्र घूमते ही रहते हैं।
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| 8. | ज्वार-भाटे का अधिक ऊँचा या नीचा होने का एक और कारण धरती और समुद्र की सीमा रेखा में विविधता होना भी है।
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